बुधवार, 11 मई 2011

तारीख 11 मई क़ी कुछ तुकबंदिया


कैसा वक्त आ चला है "कुम्प",
धूप हुई तो सब अपने अपने घरो मे........@
about an hour ago ·  · 
    • Rajat Srivastava bahut khoob
      about an hour ago ·  ·  1 person
    • Kump Singh Rajat Srivastavaशुक्रिया............जनाब..........आख़िर आप आ गये हमे धूप से बचाने
      about an hour ago · 
    • Prateek Shesh कभी इस धूम में हम नंगे पांव दौड़ लगते थे
      कभी इस धुप में हम तलब में डूबकिया लगते थे
      कभी इस धुप में हम घंटो खेला करते है
      और आज यही धुप हमें बेगानी लगती है
      59 minutes ago ·  ·  1 person
    • Prateek Shesh तालाब
      58 minutes ago ·  ·  1 person
    • Arun Singh Shekhawat nai sab hum to site per hi hain.
      57 minutes ago ·  ·  1 person
    • Kump Singh मैं कहाँ बेगाना समझता हूँ धूप को,
      अरे " कुम्प" तो नहाता भी है तो धूप मैं........
      57 minutes ago ·  ·  3 people
    • Prateek Shesh कुम्प भले ही धुप में नहाता हो
      शाम होते ही वो भी चाँद के तले आ जायेगा
      अरे हम तो वो है जो रात को भी
      दीपक के साये में बैठ कर गजले लिखा करते है
      54 minutes ago ·  ·  2 people
    • Prateek Shesh हमने तो कभी चाहा ही नहीं धुप की किरणों को
      हम तो खुद ही जुगनुओ से कम नहीं
      52 minutes ago ·  ·  2 people
    • Kump Singh दर्द दिखाए भी तो किसकी ए "कुम्प",
      कोई ऐसा मिला ही नही जिसने दर्द न दिया हो.....
      52 minutes ago ·  ·  2 people
    • Prateek Shesh ज़माने में कहा ताकत थी दर्द देने की
      बस एक बेवफा के पीछे हमने खुद को पिघला दिया
      51 minutes ago ·  ·  2 people
    • Kump Singh यारी का इम्तिहान तो ए"कुम्प"
      कड़ी धूप मे ही लिया जाता है अक्सर.......
      50 minutes ago ·  ·  1 person
    • Prateek Shesh उस धुप की क्या बिसात की हमारा इम्तिहान ले
      हम हमारी रौशनी से चमकते है,किसी सूरज का एहसान नहीं मुझपे
      48 minutes ago ·  ·  1 person
    • Kump Singh ‎"प्रतीक"हम जब भी मिलेंगे सब गीले दूर होंगे,
      न तुम मजबूर होंगे न हम मजबूर होंगे
      47 minutes ago ·  ·  1 person
    • Kump Singh अहसान तो हम करते है उल्टा सूरज पर,
      वरना रोज रोज पिघलाएगा किसे वो ए "कुम्प"
      46 minutes ago ·  ·  1 person
    • Prateek Shesh ए कुम्प धरा और आसमान का कभी मिलन नहीं होता
      ये सब किस्से तो कविताओ में ही होते है,हकीकत में कभी ये फलसफा नहीं होता
      45 minutes ago ·  ·  1 person
    • Kump Singh मैने आसमान क़ी ख्वाहिश क़ी थी एक दफ़ा,
      जब आसमान क़ी उँचाई का अंदाज़ा न था "कुम्प"
      44 minutes ago ·  ·  2 people
    • Kump Singh आज मेरा आसमान से उँचा कद हो गया है,
      ये "कुम्प" कभी नही कहता चाहने वाले कहते है.....
      42 minutes ago ·  ·  2 people
    • Aparna Khare कड़ी धूप मे साया तलाश करता हूँ...
      बीवी के रूठ जाने पे आया तलाश करता हूँ
      40 minutes ago ·  ·  1 person
    • Kump Singh ये " कुम्प" रुके न रुकेगा प्रतीक, फज़ूल होगा रोकना तुम्हारा,
      थक जाहोगे तुम प्रतीक ये कुम्प रुकेगा न रोकने से..............
      39 minutes ago ·  ·  2 people
    • Prateek Shesh ए कुम्प हमारी क्या बिसात किसी को रोकने की
      कोई हमसे आगे निकलता ही नहीं
      37 minutes ago ·  ·  2 people
    • Dps Jadon jaye ga kaha, ye chahiya mile gi kaha, jara dam lele
      37 minutes ago ·  ·  1 person
    • Kump Singh Aparna Khareआए भी तो देखो किस अदा से आए वो,
      कड़ी धूप मे था बारिश भी साथ ले आए....
      37 minutes ago ·  ·  1 person
    • Aparna Khare तेरा मेरा साथ रहे तेरा मेरा साथ रहे
      धूप हो छाया हो दिन हो की रात रहे
      36 minutes ago ·  ·  1 person
    • Prateek Shesh भला मानो कुम्प कभी हमारा तुम्हारा मिलन नहीं हुआ
      वर्ना चिंगारी को दावानल बनाने में देर नहीं लगती
      35 minutes ago ·  ·  1 person
    • Kump Singh Prateek Sheshजब जब भरा है दुनियावालो ने कदम बड़ी वेग से "कुम्प"
      मेरी कामयाबी के जलन से उनका ये हौसला बढ़ा है प्रतीक
      35 minutes ago · 
    • Prateek Shesh ए कुम्प भले ही तुमने चूमे हो सफलता के नए आयाम
      वो तो भला हो की हम जल्दी जल्दी आगे निकल गए
      वर्ना तुम्हारे लिए कुछ बचता ही नहीं
      34 minutes ago ·  ·  1 person
    • Aparna Khare बारिश भी आई है खूसबू भी लाई है
      ये मुक़द्दर की बात है...की कब किसको कहाँ भिगो आई है
      34 minutes ago ·  ·  1 person
    • Kump Singh मुझे तो धूप से यारी है कब क़ी पसीने मे नहाता भी रोज,
      मुझे न रोको छत वालो पनाह के लिए...कुछ सीखो मुझसे
      33 minutes ago · 
    • Prateek Shesh Aparna Khare..........जब जब मै साथ था तेरे
      न दिन का पता चला न रात का
      32 minutes ago ·  ·  2 people
    • Aparna Khare कौन रो रोक सका है आँधियो को...
      वो तो जमाने के रोके भी ना रुकती हैं
      32 minutes ago ·  ·  1 person
    • Prateek Shesh ये तो अहसान मानो की मेरा मैंने तुम्हे सब कुछ सीखाया
      वर्ना कुम्प की क्या हिम्मत कि प्रतीक से जंग लड़े
      31 minutes ago ·  ·  1 person
    • Kump Singh ‎"कुम्प" को आँधिया और तूफ़ानो के वेग भी मालूम है,
      जिसने गुज़ारा हो बचपन रेगिस्तान उनसे पूछ लो..........
      30 minutes ago ·  ·  2 people
    • Aparna Khare तेरा मिलना मिल के साथ चलना
      शायद ये ख्वाब था...वरना सोचा था बहुत दूर निकल जाएँगे
      29 minutes ago ·  ·  1 person
    • Prateek Shesh हमने तो कभी रेगिस्तान और आंधियो को देखा ही नहीं,,,,,,,,,,,
      उन्होंने तो सदा कदम चूमे हमारे,और हमने कभी सर नीचा किया ही नहीं
      29 minutes ago ·  ·  2 people
    • Prateek Shesh अब कोई भी विषय से न bhatke
      29 minutes ago ·  ·  2 people
    • Kump Singh कुम्प का जंगी रूप देखा कहाँ तुमने प्रतीक,
      कुम्प के दम क़ी मिसाल देते है लोग अक्सर
      28 minutes ago ·  ·  2 people
    • Aparna Khare तुम चट्टानो की बाते करते हो...हम प्यार की बाते करते है..
      तुम सहरा की बाते करते हो...हम रेगिस्तानो पे भी चलते है
      27 minutes ago ·  ·  1 person
    • Prateek Shesh मिशाले अब पुरानी हो चुकी कुम्प
      लोग कहते है कि मेरे शब्दों में भी मशाले रहती है
      26 minutes ago ·  ·  2 people
    • Kump Singh रेत पे धूप मे दौ कदम भी कोई साथ न चल पाए मेरे,
      अगर चल दे मेरी आख़िरी मंज़िल तक खुदा कह दूँगा उसे ए "कुम्प"
      25 minutes ago ·  ·  2 people
    • Aparna Khare चरागो को हवा ना दो ए दोस्त
      वरना हम सब जल जाएँगे
      25 minutes ago ·  ·  1 person
    • Prateek Shesh उनके साथ क्या चलना ए कुम्प
      जो दो कदम भी मेरे बराबर नहीं चल पाए
      24 minutes ago ·  ·  2 people
    • Aparna Khare तमाम उम्र कौन साथ देता है
      कुछ दूर मेरे साथ चलो तो कोई बात बने
      23 minutes ago ·  ·  1 person
    • Kump Singh मैने कब हवा दी है अपर्णा मैने तो सिर्फ़ सांस ली है बड़ी फुर्सत से,
      अगर मैं हौसला बढ़ा दू गर तो लोग सांस लेना भूल जाएँगे
      23 minutes ago ·  ·  2 people
    • Prateek Shesh अरे इसमे उन चरागों का क्या दोष
      यहाँ तो हम खुद कि गर्मी से जल जाते है
      23 minutes ago ·  ·  2 people
    • Kump Singh चिराग तो जलाए हाथो से हमने अर्पणा,
      हो न सका अधियारे दिल मे उजाला..........हा हा
      21 minutes ago ·  ·  1 person
    • Prateek Shesh उस दिन तो सूरज भी शरमा गया था मुझसे
      जिस दिन मैंने मेरे चेहरे से नकाब हट दिया
      21 minutes ago ·  ·  1 person
    • Aparna Khare हौसलो की बात ना करे कुंप जी
      हौसले तो हममे भी बहुत है...
      गर हमने साँस ली तो दुनिया बिखरजाएगी
      21 minutes ago ·  ·  1 person
    • Prateek Shesh हमने तो खुद को जला दिया उसकी याद में
      फिर भी उसने कह दिया अँधेरा बहुत है
      20 minutes ago ·  ·  2 people
    • Aparna Khare चिराग चिराग की बात होती है...कुंप जी
      कोई दिन मे भी जल जाता है
      किसी को रातो की दरकार होती है
      20 minutes ago ·  ·  1 person
    • Kump Singh प्रतीक उस दिन क़ी मिसाल न दो जिस दिन ग्रहन लगा करता है,
      हम तो ग्रहन लगने पर घर क़ी छत से बाहर भी नही निकलते है
      19 minutes ago ·  ·  1 person
    • Kump Singh मैं जलता हूँ जब जब अर्पणा,
      कोई तुमसा हसीन देख लेता हूँ
      18 minutes ago ·  ·  1 person
    • Prateek Shesh क्या सूरज कि यही ओकात है कि ग्रहण लग जाये???????
      जब तक मेरी माँ का साया है मुझपे...........तिल भी चेहरे पर होने से डरता है
      18 minutes ago ·  ·  1 person
    • Aparna Khare जब लगा हो दिल पे प्यार का ग्रहण ए कुंप
      जब दिल मे हो चुभन तो कांटो का ताज़ क्या करेगा
      17 minutes ago ·  ·  1 person
    • Kump Singh तबीयत बिगाड़ न सके कोई "कुम्प" क़ी,
      मेरे हाथ फेरने से कहियों का दर्द क़म हुआ है प्रतीक
      16 minutes ago ·  ·  1 person
    • Prateek Shesh Aparna Khare..........Kump Singh.............फेस बुक पर अकाउंट बनाने के बाद आज पहली बार मजा आया है ,,,,,,,,लेकिन चर्चा जारी रहेगी
      16 minutes ago ·  ·  2 people
    • Aparna Khare light has gone bye
      15 minutes ago ·  ·  2 people
    • Prateek Shesh Aparna Khare........तू एक बार हा तो कहदे
      काँटों कि क्या बिसात मुझे दर्द दे
      15 minutes ago ·  ·  1 person
    • Prateek Shesh बाय दी
      14 minutes ago ·  ·  1 person
    • Kump Singh महफ़िल से उठने का बहाना अच्छा है,
      वो न टिक पाएगा प्रतीक जो अभी कच्चा है
      14 minutes ago ·  ·  2 people
    • Prateek Shesh कुछ प्रेमिकाए नाराज हो जाती है
      वर्ना महफ़िल से उठने का मन किसका होता है
      12 minutes ago ·  ·  1 person
    • Kump Singh वो आई थी कुछ बाहर बन के इस कड़ी धूप मे,
      उसका जाना है ऐसे ए "कुम्प" जैसे सूरज और करीब आया
      6 minutes ago ·  ·  2 people